‌‌‌‌‌‌ऊ से ‌‌‌शुरु होने वाले मुहावरे

ऊ से ‌‌‌शुरु होने वाले मुहावरे oo se shuru hone vaale muhavare की लिस्ट नीचे दी जार ही है।

  • ऊच नीच समझना – हानि लाभ सोचना । ‌‌‌वाक्य – ऊच नीच समझ कर किसी काम मे हाथ डालना चाहिये ।
  • ऊच नीच समझना – भली बुरी बताना । ‌‌‌वाक्य – मैने ऊच नीच समझा दिया है अब तुम जानो और तुम्हारा काम जाने ।
  • ऊच नीच सुनना । भली बुरी सुनना। ‌‌‌वाक्य – ‌‌‌बेफायदे मे किसी की ऊच नीच सुनते क्यो जाऊ ।
  • ऊच नीच सुझना – उचित ध्यान  होना । बुरा भला दिखलाई देना । ‌‌‌वाक्य – उसका प्रेगुएट होना बेकार है जब उसे ऊच नीच भी सूझता ।
‌‌‌‌‌‌ऊ से ‌‌‌शुरु होने वाले मुहावरे
  • ऊच नीच सोचना – अच्छी तरह सोच विचार लेना । ‌‌‌वाक्य – भला बुरा समझ लेना । ऊच नीच सोचकर ‌‌‌किसी काम शुरु करो नही तो पछताना पडेगा ।
  • ऊच नीच – भला बुरा, आला और अदना । ‌‌‌वाक्य – दानव देव ऊच अरु नीचू ।
  • ऊचा करना – ‌‌‌ऊपर उठाना । ‌‌‌वाक्य – आप उसको ऐसे ही ऊचा कर रहे हो वह इस काबिल नही है ।
  • ऊचा नीचा दिखाना – हानि लाभ दिखाना । ‌‌‌वाक्य – उसे ऊचा नीचा दिखाकर तुमने अपना काम बना लिया ।
  • ऊचा नीचा सुनाना – खरी खोटी सुनना । ‌‌‌वाक्य – जब तक इसे ऊचा नीचा नही सुनाते तब तक इसे समझ मे नही आएगा ।
  • ऊचा सुनाना – कुछ कम सुनाना ।‌‌‌ वाक्य – मेरे भाई को कुछ ऊचा‌‌‌ सुनता है जरा जौर से बोलो ।
  • ऊचा नीचा दिखाना – हानि लाभ दिखाना । ‌‌‌वाक्य – उसे ऊचा नीचा दिखाकर तुमने अपना काम बना लिया ।
  • ऊचा नीचा सुनाना – खरी खोटी सुनना । ‌‌‌वाक्य – जब तक इसे ऊचा नीचा नही सुनाते तब तक इसे समझ मे नही आएगा ।
  • ऊचा होना – अधिक होना । ‌‌‌वाक्य – अगर सही सही पूछते है तो वे किसी भी बात मे उचे नही है ।
  • ऊची नाक होना – अपनी इज्जत का बहुत ध्यान होना । ‌‌‌वाक्य – आजकल सब को अपनी ऊची नाक प्यारी है ।
  • ऊची नीची पचाना – भली बुरी बातो को बर्दास्त करना । ‌‌‌वाक्य – मै कब से तुम्हारी ऊची नीची पचा रहा हूं ।
  • ऊची नीची सुनना ‌‌‌-भला बुरा कहना । ‌‌‌वाक्य – उसके पिता ने उसे आज खूब ऊची नीची सुनाई ।
  • ऊची सांस लेना – दुख या शोक मे मग्न होना । ‌‌‌वाक्य – लेकर उन्होने श्वास ऊचा बदन नीचा कर लिया ।
  • ऊची हवा मे होना – अपने को बहुत बडा समझना । ‌‌‌वाक्य – ज्यदा ऊची हवा मे ना हो वरना जब पडेगा तब समझ मे नही आएगा ।
  • ऊचे खाले पैर पडना – गलती होना । ‌‌‌वाक्य – ऊचे खाले ‌‌‌पैर किसके नही पडते है ।
  • ऊचे चढकर कहना – पुकार कर कहना । ‌‌‌वाक्य – मै ऊचे चढकर कहा रहा हूं कि जिसे हाथ मिलाना हो सामने आए ।
  • ऊचे चढना – अभिमान करना । ‌‌‌वाक्य – आजकल आप बहुत ऊचे चढ रहे हो ।
  • ऊचे बोल का मुंह नीचा होना – घमडी का घमड भग होना । ‌‌‌वाक्य – ससार मे यह देखा जाता है कि ऊचे बोल का मुह अवश्य नीचा होता है ।
  • ‌‌‌ऊँट का किसी करवट मे बैठना – मामले मुकदमे या झगडे मे फैसला होना । ‌‌‌वाक्य – देखें ऊँट किस करवट बैठता है ।
  • ऊँट का सुई की नाक मे जाना – असंभव काम । ‌‌‌वाक्य – तुम्हारा उसे पछाड देना ऊँट का सुई की नाक मे हाना है ।
  • ऊँट के मुह मे जीरा देना – अधिक आवश्यकता पर थोडी वस्तु देना । वाक्य – मेरे लिये एक पाव दूध‌‌‌ क्या ऊँट के मुंह मे ‌‌‌जीरा दे रहे हो ।
  • ऊँट होना – लम्बी गर्दन वाला होना । ‌‌‌वाक्य – ऊँट हो गए और शऊर नही आया ।
  • ऊधम मचाना – उपद्रव करना । ‌‌‌वाक्य – क्यो ऊधम मचा रहे हो, एक थप्पड मे तो जमीन पकड लोगे ।
  • ऊधो की लेना न माधो की देना – किसी से कुछ सबध न रखना । ‌‌‌वाक्य – मुझसे किसी से क्यो ‌‌‌मतलब होगा मै न ऊधो की लेता हूं न माधो को देता हूं ।
  • ‌‌‌ऊपर ऊपर की – दिखावटी । ‌‌‌वाक्य – उनकी और आपकी देास्ती बस ऊपर ऊपर की है ।
  • ऊपर ऊपर जाना –  तुरन्त जाना । ‌‌‌वाक्य – आप तो आते हो और ऊपर ही ऊपर चले जाते हो ।
  • ऊपर की आमदनी – इधर उधर की कमाई । ‌‌‌वाक्य – मेरी उपर की आमदनी ही तो कुछ है, नही तो भला वेतन मे क्या रक्खा है ।
  • ऊपर की दोनो जाना – अंधा होना । ‌‌‌वाक्य – जबसे ‌‌‌मेरी ऊपर की दोनो गई मुझे बडा कष्ट है ।
  • ऊपर को दम भरना – ऊची सांस लेना ।‌‌‌ वाक्य – तुम्हारे सब दोस्त तो ऊपर को ही दम भने वाले है ।
  • ऊपर चढना – आक्रमण करना । ‌‌‌वाक्य – थानेदार बिना कुछ पूछे मुडे के ऊपर चढ गया ।
  • ऊपर छार पडना – मर जाना । ‌‌‌वाक्य – जो लो ऊपर छार नहिं परे तो लो यह तृष्णा नहिं मरे ।
  • ऊपर तने के – एक के ‌‌‌बाद दूसरा । ‌‌‌वाक्य – उसके ऊपर तले के तीन पुत्र है ।
  • ऊपर मढना – डालना । ‌‌‌वाक्य – यह उपराध आप मेरे ऊपर क्यो मढ रहे हो ।
  • ऊपर वाला – भगवान । ‌‌‌वाक्य – ऊपर वाला बडा दशलु है ।
  • उ से शुरु होने वाले मुहावरे list –2
  • उ से शुरु होने वाले मुहावरे list –1
  • इ से शुरु होने वाले मुहावरे list – 2
  • इ से शुरु होने वाले मुहावरे list – 1
  • काला अक्षर भैंस बराबर मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग
  • ऊपर से ऊपर खा जाना – बिना किसी के जाने ले लेना या चट कर जाना । ‌‌‌वाक्य – घूस का सारा रुपया ये ऊपर से ऊपर खा जाते है , मुझे कुछ भी नही मिलता है ।
  • ऊपर से ‌‌‌ऊपर ले लेना – पहले ही ले लेना । ‌‌‌वाक्य – आम आए थे, परन्तु तुम लोग ने ऊपर से ऊपर ही ले लिए ।
‌‌‌‌‌‌ऊ से ‌‌‌शुरु होने वाले मुहावरे
  • ऊपर होना – आगे बढ जाना । ‌‌‌वाक्य – अब वह मुझसे पढाई मे बहुत ऊपर हो गया है ।
  • ऊपरी दिल से – नकली तौर पर । ‌‌‌वाक्य – मै जानता हूं वह तुम्हे उपरी दिल से चाहता है ।
  • ऊल जलूल – बेकार की बात । ‌‌‌वाक्य – क्या ऊल जलूल बकते हो ।

‌‌‌‌‌‌ऊ से ‌‌‌शुरु होने वाले मुहावरे

इस अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरो के बारे में हमने आपको उपर बताया है । दरसल दोस्तो आपको निचे की और जो मुहावरे दिखाई दे रहे है वे सभी के सभी ऊ अक्षर से शुरू होते है जैसे की —

ऊचे बोल का मुंह नीचा होना – घमडी का घमड भग होना । ‌‌‌

ऊपर ऊपर की – दिखावटी ।

ऊपर से ऊपर खा जाना – बिना किसी के जाने ले लेना या चट कर जाना । ‌‌‌

ऊल जलूल – बेकार की बात । ‌‌‌

और इनकी तरह ही पूरे लेख में ऊ से शुरू होने वाले मुहावरो के बारे में आपको बताया है और इनमे से काफी ऐसे मुहावरे है जो की महत्वपूर्ण है । हालाकी लिस्ट ज्यादा बड़ी नही है तो आप इसे पूरी ही याद कर सकते है तो याद करे और जीवन में मजे करे ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।