इ से शुरु होने वाले मुहावरे list – 2

इ से शुरु होने वाले मुहावरे e  se  muhavare की लिस्ट नीचे दीजार ही है।

  • इधर उधर को हांकना – झूठ मूठ  बकवाद करना । वाक्य – तुमसे कोई काम नही हो सकता तुम तो सिर्फ इधर उधर हांकना ही जानते हो ।
  • इधर उधर में रहना – बेकार काम मे व्यस्त रहना या इधर उधर बेकार घूमना । वाक्य – दिन भर इधर ‌‌‌उधर मे रहने वाला कोई मतलब का काम क्या कर सकता है ।
  • इधर उधर रहना – पीछे लगा रहना । वाक्य – चार पांच माह से हर समय पुलिस मोहन के इधर उधर ‌‌‌लगी है ।
इ से शुरु होने वाले मुहावरे list – 2
  • इधर उधर – किसी से भी । वाक्य – जब तक काम न मिले इधर उधर से मागकर दिन काटो ।
  • इधर उधर होना – उलट पुलट होना । वाक्य – हवा से सब कागज इधर उधर हो गए ।
  • इधर का उधर होना – ‌‌‌तितर बितर हो जाना । वाक्य – पुलिस को देखते ही भीड इधर उधर हो गई ।
  • इधर का उधर होना – बदल जाना । वाक्य – दो मिनट उससे बात नही की और इधर के उधर हो गए ।
  • इधर का होना न उधर का – कही का न होना । वाक्य –  इतना पढ लिख कर भी वह न इधर का हुआ न उधर का ।
  • इधर की उधर करना – इधर की उधर लगना । वाक्य – राम ने कहा तो किसी और को था पर बात इधर की उधर ‌‌‌हो गई ।
  • इधर की उधर लगना – कान भरना । वाक्य –  इधर की उधर लगाना नीचो का काम है ।
  • इधर की दुनिया उधर करना – बहुत परिश्रम या दौड धूप करना । वाक्य – इधर की दुनिया उधर कर डालो पर तुम्हारा काम सिद्ध होने वाला नही ।
  • इधर की दुनिया उधर होना – चाहे जो कुछ होना । वाक्य – इधर की दुनिया उधर हो जाय पर मै आज उसे अवश्य ही मारुगा ।
  • ‌‌‌इधर कुआं उधर खाई होना – दोनो ओर संकट होना । वाक्य – ‌‌‌खुन करने के कारण खुनी कहा भागे क्योकी इधर गाव के लोग ‌‌‌उसे ढूढ रहे है और उधर पुलिस ढूंढ रही है इसे तो इधर कुवा उधर खाई कहते है।
  • इधर से उधर करना – गडबड या ‌‌‌अव्यवस्थित कर देना । वाक्य – तुम क्यो सब समान इधर से उधर कर देते हो ।
  • इधर से उधर फिरना – चारो ओर फिरना । वाक्य – तुम व्यर्थ ही इधर से उधर फिरा करते हो ।
  • इनायत करना – कृपा करके देना । वाक्य – जरा कलम तो इनायत कीजिये ।
  • इने गिने – थोडे से ही। ‌‌‌वाक्य – मेरे पास इने गिने अच्छे कपडे है ।
  • इमली घोटना – शक्ति अपने बहन को दक्षिणा देना । वाक्य – तुम्हारे मामा इमली घोटाने आए या अभी नही ।
  • इलाईची बांटना – दावत देना । वाक्य – बडे लडके की शादी है पूरे गाव मे इलाईची बांटनी पडेगी ।
  • इल्लत कटना – झगडे का निर्णय होना । वाक्य – कुछ भी हो आपके आने से इल्लत तो कटी ।
  • ‌‌‌इल्लत पालना – झझ‌‌‌ट लगा लेना । वाक्य – इस मुकदमे मे गवाह बनकर तुमने व्यर्थ मे इल्लत पाल ली है ।
  • दल्लत लगना – बेकार की झझट सर पर होना । वाक्य – यह तो अच्छी इल्लत पीछे लगी ।
  • इशारो का गुलाम – किसी की इच्छा ‌‌‌अनुसार काम करने वाला ।  वाक्य – राजेश तो अपनी पत्नी का इशारो का गुलाम बन गया है ।
  • इस कान सुनना उस कान उडा देना –  ‌‌‌ध्यान से न सुनना । वाक्य – तुमसे कैसी ही बात क्यो न कही जाय तुम तो इस कान सुन कर उस कान उडा देते हो ।
  • इस पर न जाना – ऐसा न सोचना । वाक्य – इस पर न जाओ कि वह भला आदमी है आजकल भले भी विश्वास के योग्य नही है ।
  • इस पर न भूलना – इस पर भरोसा न करना । वाक्य – इस पर न भूलो कि वह तुम्हारा सहायक है  हर घडी कोई साथ नही रहता।
  • ‌‌‌इस हाथ देना उस हाथ लेना – जैसा काम वैसा फल मिलना । वाक्य –  मै उधार नही करता सीधा हिसाब है इस हाथ से पचास रुपये दो और उस हाथ ले जाओ ।
  • इस्तिजा लडना – अत्यन्त मित्रता करना । वाक्य – आजकल वे दोनो इस्तिजा लडा रहे है ।
  • इस्तिजे का ढेला – अनादृत व्यक्ति, तुच्छा मनुष्य । वाक्य – वह तो इस्तिजे का ढेला है ।
  • ‌‌‌ई गुर होना – बहुत लाल होना । वाक्य – धाम के कारण उसका चेहरा ईगुर हो गया है ।
  • ईट का घर मिट्टी करना – घर नष्ट करना । वाक्य – बुरे कामो मे फंस कर उसने अपना ईट का घर मिट्टी कर डाला ।
  • ईट का छल्ला देना – कच्ची दीवाल से सटाकर ईट की, इकहरी जोडाई करना । वाक्य – ईट का छेल्ला दे दो नही तो बरसात मे दीवाल गिर जायगी ।
  • ‌‌‌ईंट का जवाब पत्थर से देना – कडा जवाब देना । वाक्य – राजेश ने महावीर को ईंट का जवाब पत्थर से  देकर बता दिया की वह भी उससे कम नही ।
  • ईंट चुनना – जोडाई करना, दीवाल बनाना । वाक्य – यह मिस्त्री ईंट चुनने का काम बडा अच्छा करता है।
  • ईंट तक बिकवाना – सबकुछ ले लेना । वाक्य – तुम मेरी ईंट तक बिकवा दो पर मुझे अपने सामने झुका ‌‌‌नही सकते हो ।
  • ईंट पत्थर बजना –  किसी नगर या घर मे ध्वस हो जाना । वाक्य –  एटमबम के कारण जापान के दो नगरो की ईंट से ईंट बज गई ।
  • ईंट से ईंट बजाना – फूट डालकर लडाई करवाना । वाक्य –  मोहन ने दोनो भाईयो मे ईंट से ईंट बजवा दी, फिर भी दोनो उसे अपना समझते है ।
  • ईंद का चांद – बहुत दुर्लभ वस्तु , जिसका दर्शन बहुत कम हो । वाक्य – ‌‌‌तुम तो आजकल ईंद के चांद हो गए हो ।
  • ईद के पीछे टर – समय पर काम न हो तो बेकार है । वाक्य – परसो बारात आएगी, और तुम चौथे रोज यामियाने का प्रबन्ध करोगे इसी को ईद के पीछे टर कहते है ।
  • ईमान कांपना – डरना । वाक्य – भाई इस बुरे काम को करने मे मेरा ईमान कांप रहा है ।
  • ईमान का सौदा – ऐसा सौदा जिसमे बेईमानी न हो। वाक्य – आप की खुशी हो आप लें या न लें इतना मैं अवश्य कहूंगा कि यह ईमान का सौदा है ।
  • ईमान की बात कहना – सच सच कहाना । वाक्य – भाई मैं तो ईमान की बात कहूंगा आप खुश हो या नाराज ।
  • ईमान ठिकाने न होना – धर्म भाव दृढ न रहना या दिल मे बेईमानी होना । वाक्य – जिसका ईमान ठिकाने नही है उसका क्या विश्वास ।
  • ईमान डिगना – मन मे बेईमानी आ जाना । वाक्य –  इस तुच्छ चीज के पीछे ही ईमान डिग गया तो तुम्हारा विश्वास कैसे किया जाय ।
  • ईमान देना – सत्य छोडना, बेईमानी करना । वाक्य – श्रेष्ट पुरुष ईमान देने से मरना अच्छा समझते है ।
  • ईमान बगल मे दबाना – बेईमानी करना । वाक्य – ईमान बगल मे दबा कर काम करना हो तो तुमसे काम कराने से ‌‌‌मे बाज आया ।
  • ईमान बह जाना – धर्म नष्ट हो जाना या बेईमानी समा जाना । वाक्य –  तुम्हारा तो ईमान बह गया है, तुमसे साझा कौन करेगा ।
  • ईमान बेचना – बेईमान होना । वाक्य – ईमान बेच कर कमाया गया रुपया किसी के काम नही आता ।
  • ईमान मे फर्क आना – नियत बिगडना । वाक्य – दो रुपए के पीछे जिसके ईमान मे फर्क आ गया उसे आदमी कोन कहेगा ।
  • ईमान से कहना – सच कहना । वाक्य – ईमान से कह रहा हूं, मैंने आपके रुपये नही लिये हैं ।
  • ईमान हवा होना – दिल मे बेईमानी आ जाना । वाक्य – कौडी कौडी के ‌‌‌पीछे जिसका इमान हवा हो जाय, उसका क्या विश्वास
  • ईश्वर को प्यारा होना – मर जाना । वाक्य – सुना है की रविवार को तुम्हारा मैनेजर ईश्वर को ‌‌‌प्यारो हो गयो ।

इ से शुरु होने वाले मुहावरे list – 2 के बारे में तो आपने लेख में जान लिया होगा । मगर हमे लगता है की आप इन्हे सही तरह से समझ नही पाए है । और जब तक आप इन मुहावरो को समझेगे नही तब तक आप इन्हे अच्छी तरह से याद नही कर पाएगे ।

दरसल हम यहां पर एक मुहावरे को आपको समझा रहे है और बाकी आप मुहावरे इसी तरह से समझे —

‌‌‌ईंट का जवाब पत्थर से देना – कडा जवाब देना ।

वैसे आप इस मुहावरे के बारे में पहले पढ चुके है और इसका अर्थ भी आप पढ सकते है मगर इसे इस तरह से समझे जैसे की —

ईंट और पत्थर दोनो एक दूसरे की तुलना में काफी फर्क लिए होती है । मतलब दोनो में अंतर है जहां पर ईंट कच्ची और हल्की होती है वही पर पत्थर कठोर और भारी होता है । अगर ​कोई व्यक्ति किसी को ईंट से मारता है तो उसकी तुलना में पत्थर से मारने पर ज्यादा जोर से लगती है ।

इसका मतलब हुआ की अगर आपको कोई ईंट से मारे तो आप उसे पत्थर से मारे और यह उसके लिए कडा जबाब देना होता है । हालकाी यह हम समझा रहे है आपको यह असल में नही करना है ​

तो इस तरह से आप समझ सकते है और बाकी मुहावरो को भी इसी तरह से समझे ।

Mohammad Javed Khan

‌‌‌मेरा नाम ‌‌‌ मोहम्मद जावेद खान है । और मैं हिंदी का अध्यापक हूं । मुझे हिंदी लिखना और पढ़ना बहुत अधिक पसंद है। यह ब्लॉग मैंने बनाया है। जिसके उपर मैं हिंदी मुहावरे की जानकारी को शैयर करता हूं।