यहां समझे, सांप को दूध पिलाना मुहावरे का अर्थ व वाक्य और कहानी

सांप को दूध पिलाना मुहावरे का अर्थ saanp ko doodh pilana muhavare ka arth – दुष्ट को आश्रय देना ।

दोस्तो आप लोगो को यह पता ही होगा की आज के जमाने मे दुष्ट लोगो की कोई कमी नही है । और अगर कोई उन दुष्टो को रहने का आश्रय या सहारा देने ‌‌‌देता है तो इसे सांप को दूध पिलाना कहा जाता है ।

दोस्तो आप ‌‌‌लोगो ने देखा होगा की जब कोई सांप को दूध पिलाता है तो वह सांप कभी न कभी उसी व्यक्ति को काट ‌‌‌लेता है । इसी तरह से ऐसे दुष्ट व्यक्ति को अगर साहरा दिया गया तो वह कभी न कभी हम पर ही मुसीबत बन जाएगा । इस कारण से ही यहां पर सांप को दूध पिलाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है ।

सांप को दूध पिलाना मुहावरे का वाक्य ‌‌‌मे प्रयोग Use in sentence

  • ‌‌‌गुंडे लोगो को आश्रय देना सांप को दूध पिलाना होता है ।
  • आज तुम ही इसे अपराधी बना रहे और और एक दिन यह तुम पर ही बरस पडेगा तब तुम्हे पता चलेगा की सांप को दूध पिलाना किसे कहते है ।
  • तुमने आज अपराधी का साथ देकर सांप को दूध पिला दिया है ।
  • जब कोई सांप को दूध पिलाता है तो एक दिन वह उसके के लिए ‌‌‌खतरा बन जाता है ।
  • उस दिन तुमने एक खूनी की मदद कर कर सांप को दूध पिला दिया ।
  • तुमने सांप को दूध तो पिला दिया पर एक दिन यह तुम्हे ही ‌‌‌डसने लगेगा ।

सांप को दूध पिलाना मुहावरे पर कहानी Idiom story

एक समय की बात है किशोर नाम का एक गुंडा हुआ करता था । जिसकी भुजाओ मे बहुत बल था और वह किसी को भी चिंटी की तरह से मसलने की ताकत रखता था । इस कारण से वह जब भी कही जाता तो कोई भी उसके सामने बोलता नही था । जिससे वह जब चाहता लोगो को लूट लेता था ।

उसके आंतक का ‌‌‌इतना खोफ था की बडे बडे नेता भी उसके सामने सर झुकाते थे । साथ ही जब भी वह किसी के साथ रहता तो कोई भी उस पर और उसके साथ जो होता उस पर हमला नही करता था । इसी कारण से एक दिन शहर के बहुत बडे नामचीन बिजनेस करने वाले आदमी ने उसे अपने पास रहने को कहा था । ‌‌‌उस आदमी का नाम क्रमवीर था ।

साँप सूँघ जाना का अर्थ और वाक्य ‌‌‌में प्रयोग

सूरज को दीपक दिखाना मतलब और वाक्य मे प्रयोग

सकते में आना का मतलब और वाक्य में प्रयोग

सिर आँखों पर बैठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य व कहानी

लट्टू होना मुहावरे का मतलब या अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

तब गुंडे ने कहा की मैं आपके पास तो रह जाउगा ‌‌‌पर आप को मुझे पैसे बहुत देने पडेगे । तब क्रमवीर ने कहा की तुम पैसो की परवाह मत करो वे तुम्हे मैं इतने दुगा की तुम मना भी नही कर पाउगो । यह सुनकर उस गुंडे ने उसके पास रहने के लिए हां कह दी थी ।

क्योकी वह गुंडा पैसो के लिए ही बना था और पैसे उसे क्रमवीर से मिल ‌‌‌रहे थे । जिससे कारण से वह गुंडा उसके पास ही रहने लगा था । क्रमवीर को हमेशा जान का खतरा रहता था क्योकी उसके पास इतने पैसे थे की हर कोई उसे पैसो के लिए मार सकता है ।

इसी कारण से उसने गुंडे को अपनी हिफाजत करने के लिए रख लिया था । अब जब भी क्रमवीर कही पर जाता ‌‌‌तो वह गुंडा भी उसके साथ जाता था और उसे साथ मे देखकर कोई भी क्रमवीर पर हमला तक नही करता था और गुंडे लोग तो उसे देखते ही दूर भाग जाते थे ।

यह सब देखकर वह आदमी बहुत ही खुश था की कोई भी उसके पास नही आता है और कोई भी उसे मार नही सकता है । एक दिन की बात है क्रमवीर ‌‌‌किसी काम के कारण अपने प्रिय मित्र के पास गया था । तब उसके साथ वह गुंडा भी था ।

उस गुंडे को साथ मे देखकर ‌‌‌उसका मित्र घबरा गया और वहां से उठ कर दुसरे कमरे मे चला गया था । अपने मित्र के इस तरह से जाने के कारण क्रमवीर समझ गया की वह इससे डर गया है । इस कारण से उसने उस गुंडे को बाहर ही रहने को कहा ‌‌‌और स्वयं अपने मित्र के पास चला गया था ।

जैसे ही क्रमवीर अपने मित्र के पास पहुंचा तब मित्र ने कहा की तु ये किन लोगो को अपने साथ रख रहे हो । उसकी बात का जबाब देते हुए क्रमवीर ‌‌‌ने कहा की यह एक गुंडा है और यह हमारा कुछ नही करेगा बल्की हमे ही बचाता रहेगा ।

यह सुन कर उसके मित्र ने कहा की दोस्त तुम्हे ‌‌‌पता नही है की तुम सांप को दूध पिला रहे हो । तब क्रमवीर ने कहा की नही दोस्त यह मेरे साथ कुछ नही करेगा । और इतना कह कर वह अपनी काम की बात करने लगा था ।

जब क्रमवीर का काम पूरा हो गया तो वह उस गुंडे के साथ अपने घर वापस आ गया था । धिरे धिरे तिन महिने बित गए थे । तब एक दिन क्रमवीर कही पर जा रहा ‌‌‌था । तभी उस पर अचानक गोली से वार हो गया था पर उसे वह गोली छू कर निकल गई थी ।

गोली छू कर निकल जाने के कारण क्रमवीर ने उस गुंडे को बहुत सुनाया और कहा की तुम मेरी हिफाज कर रहे हो या ऐसे ही पैसे ले रहे हो । साथ ही उसेन बहुत कुछ कहा जिसके कारण से उस गुंडे को क्रोध आ गया और वह बोलने लगा की आप चुप रहो ‌‌‌वरना मै यह नही देखूगा की आप कोन हो ।

यह कहने पर भी क्रमवीर चुप नही रहा तो उस गुंडे ने उसे गोली से छल्ली कर दिया था और फिर वह उसके पास जो भी धन था वह सब लेकर वहां से फरार हो गया था । जब क्रमवीर के मित्र और उसके साथ जो लोग काम करते थे उन लोगो को इस बारे मे पता चला तो वे सभी उसके शव के पास आ गए ‌‌‌थे ।

वहां पर क्रमवीर को मरे देख कर उसका मित्र विलाप करने लगा और कहने लगा की मैंने तो पहले ही कहा था की तुम इस गुंडे को अपने पास रख कर सांप को दूध पिला रहे हो । और आज उसने तुम्हे मार ही दिया । तभी वहां पर पुलिस आ गई और उसके शव को अपने साथ लेकर चली गई थी । ‌‌‌

इस तरह से क्रमवीर की मृत्यु हो जाने के कारण उसके साथ जो लोग रहते थे उन्हे पता चल गया की दुष्ट लोगो को अपने साथ रखना हमारे लिए ही खतरा बन जाता है । जिसके बाद जो भी लोग अपने साथ ऐसे लोगो को रखते थे उन्हे अपने से ‌‌‌दूर कर दिया था ।और आराम से अपना जीवन गुजारने लगे थे । इस तरह से आप इस कहानी से ‌‌‌इस मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

सांप को दूध पिलाना मुहावरे पर निबंध || saanp ko doodh pilana essay on idioms in Hindi

साथियों आपको एक बात बता दे की सांप जो होता है वह कभी भी दूध नही पीता है और ऐसा बहुत से ज्ञानी लोगो के द्वारा कहा जाता है । मगर इसमें कितना सच है हम इस बारे में बात नही करने वाले है ।

बल्की आपको पता है की मां अपने बच्चे को दूध पिताली है और इसका मतलब है की मां अपने बच्चे को दूध पिलाते हुए उसे पालती है ओर उसे अपने घर में आश्रय देती है ।

तो अगर कोई व्यक्ति किसी दूसरे को जो की उसके परिवार का सदस्य नही है उसे दूध पीलाता है तो इसका मतलब है की उस दूसरे व्यक्ति को घर में आश्रय दिया जा रहा है और उसका पालन पोषण किया जा रहा है ।

क्योंकी सांप को हमेशा मानव का दुश्मन माना जाता है क्योकी यह मानव को कई बार काट लेता है जिसके कारण से मानव की मृत्यु हो जाती है । ओर यही कारण है की सांप को दूष्ट कहा जाता है ।

तो अगर इस दूष्ट सांप को दूध पीलाया जाता है तो इसका मतलब है की दूष्ट को आश्रय दिया जा रहा है ओर आप इसी बात से समझ सकते है की saanp ko doodh pilana muhavare ka arth – दुष्ट को आश्रय देना होगा ।

‌‌‌निचे बेस्ट हिंदी मुहावरे दिए गए है जो ज्यादातर प्रयोग मे आते है ।

पहाड़ टूट पड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आग लगने पर कुआँ खोदना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

श्री गणेश करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

टस से मस न होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

छोटा मुँह बड़ी बात मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

चोली दामन का साथ मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गुदड़ी का लाल मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

गागर में सागर भरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कान पर जूं न रेंगना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आँखें फेर लेना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

घाट घाट का पानी पीना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

बालू से तेल निकालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंग अंग ढीला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आवाज उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

मक्खी मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

चैन की बंशी बजाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

आग बबूला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

भीगी बिल्ली बनना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

जान हथेली पर रखना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

लाल पीला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंधे की लाठी मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अंगूठा दिखाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नौ दो ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाकों चने चबाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

नाक में दम करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

दाल न गलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

कमर कसना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

अपनी खिचड़ी अलग पकाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

हाथ साफ करना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग